Sangya Kise Kahate Hain बहुत से लोग ये अपने बचपन में grammer या व्याकरण की किताब में जरुर पढ़े होंगे Sangya या संज्ञा जिसे इंग्लिश में Noun भी कहते है Sangya (संज्ञा) व्याकरण में एक ऐसा शब्द है जो किसी ठोस या नहीं हिलने वाली चीजो को कहते है जैसा की कोई भी जीवित व्यक्ति या क्रिया गुण, या अस्तित्व
चलिए Sangya (संज्ञा) को और अच्छी तरीके से समझते है जैसे कोई भी पशु एक Sangya (संज्ञा) है जिसे हम जातिवाचक Sangya (संज्ञा) कहते है,
कोई लड़की बहुत सुन्दर है तो यह सुन्दर एक Sangya (संज्ञा) है लेकिन यह सुन्दर एक गुणवाचक Sangya (संज्ञा) है
राम जो एक एक व्यक्ति है तो यह एक व्यक्तिवाचक Sangya (संज्ञा) है, अब चलते है किसी किसी स्थान के तरफ जैसे बिहार जो की एक व्यक्तिवाचक Sangya (संज्ञा) है.
Sangya Ki Paribhasha और अच्छे तरीके से चलिए जानते है :-
और भी हम Sangya (संज्ञा) की उदहारण देखते है
क़ुतुब मीनार आगरा में स्थित है ( इस वाक्य में आगरा किसी स्थान का नाम है इसीलिए यह एक Sangya (संज्ञा) है
राम ने पुस्तक मेज पर रखा है ( इस वाक्य में राम किसी व्यक्ति का नाम है , पुस्तक जो की एक वस्तु Sangya (संज्ञा) है और मेज भी एक वस्तु Sangya (संज्ञा) है
उम्मीद है हमारे इस छोटे से लेख से आप Sangya Kise Kahate Hain के बारे में अच्छी तरीके से जान गए होंगे आगे हम जानेंगे की sangya ke bhed
आगे पढेंगे : Sangya Kise Kahate Hain हिंदी में
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