दोस्तों व्याकरण को जानने के लिए सबसे पहले आपको भाषा का ज्ञान होना बहुत जरुरी है अगर आपको भाषा का ज्ञान नहीं है तो आप व्याकरण के बारे में नहीं जान पाएंगे भाषा के शुद्ध रूप को सही रखने के लिए व्याकरण की रचना किया गया है दुसरे शब्दों में व्याकरण भाषा के शुद्ध और अशुद्ध वाक्यों प्रयोग करने पर ध्यान देता है की आप जो भी वाक्य बोल रहे है वो सही है या नहीं ?
इस प्रकार किसी भी भाषा का व्याकरण हम उसको उस भाषा ,में शुद्ध लिखना तथा बोलना सिखाता है
व्याकरण किसे कहते हैं
दोस्तों व्याकरण वह विद्या है जिसके ज्ञान से किसी भाषा का शुद्ध बोना या शुद्ध लिखना जान सके उसे हम व्याकरण कहते है
व्याकरण के कितने भेद होते हैं
दोस्तों भाषा के प्रमुख अंग अक्षरों, शब्दों और वाक्यों के अनुसार व्याकरण के 3 भेद है जो की निम्न है
- वर्ण विभाग (Orthography)
इस विभाग में वर्णों या अक्षरों के उच्चारण, रूप, आकर, भेद तथा संयोग(संधि) शब्द बनाने के उनके रूप परिवर्तनों के नियमो का वर्णन किया जाता है
- शब्द विभाग (Etymology)
इसमें शांदो के भेद, रूपांतर, प्रयोग, और शब्दों की व्युत्पति का वर्णन किया जाता है
- वाक्य विभाग (Syntax)
इस विभाग में शब्दों से वाकया बनाने, उनके भेद, गठन, प्रयोग, तथा वाकया विग्रह आदि का वर्णन होता है